मोदी – योगी दलितों के सच्चे मित्र और अखिलेश यादव दलित विरोधी – डा0 निर्मल
पीलीभीत 29 मई 2022 उ0प्र0अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डा0 लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ दलितों के सच्चे मित्र हैं और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेख यादव देश के सबसे बड़े दलित विरोधी चेहरे हैं।
डा0 निर्मल आज पीलीभीत स्थित लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण गृह में प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद डा0 आंबेडकर और दलितों को सम्मान देने एवं दलितों के सामाजिक और आर्थिक सशक्तीकरण करने का कार्य मोदी और योगी की सरकार ने किया है। अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की टेलरिंग शाप योजना के तहत सिलाई मशीन वितरण कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से वार्ता करते हुए डा0 निर्मल ने कहा कि केन्द्र सरकार की स्टैण्डप योजना तथा उत्तर प्रदेश सरकार की पं0 दीनदयाल उपाध्याय स्वरोजगार योजना के माध्यम से प्रदेश के दलितों का आर्थिक सशक्तीकरण हो रहा है।
उन्होंने बताया कि दलितों को उद्यमी बनाने के लिए तथा स्वरोजगार से जोड़ने के लिए स्टैंण्डअप योजना के तहत जहां केन्द्र सरकार 10 लाख रूपये से लेकर 1 करोड़ रूपये तक का वित्तपोषण कर रही है वहीं प्रदेश सरकार द्वारा पं0 दीनदयाल उपाध्याय स्वरोजगार योजना के तहत गरीब दलितों को रू0 20 हजार से 15 लाख तक का वित्तपोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग की दुकान निर्माण योजना, टेलरिंग शाप योजना, बैंकिंग करेस्पांडेंट योजना, लाण्ड्री एवं ड्राईक्लीनिंग योजना, आटा एवं मशाला चक्की योजना के माध्यम से दलित आज आत्मनिर्भर हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा डा0 आंबेडकर से जुड़े पंचतीर्थों को एक स्मारक के रूप में विकसित किया गया गया। उनके जन्म स्थान महू छावनी, शिक्षा स्थल 10 किंग्स हेनरी रोड लंदन, दीक्षा भूमि नागपुर, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली 26 अलीपुर रोड दिल्ली तथा जहां उनका अंतिम संस्कार हुआ चैत्य् भूमि मुम्बई भव्य स्मारक का रूप ले चुका है। वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेश के सभी सरकार कार्यालयों में बाबा साहेब डा0 आंबेडकर का चित्र लगाना अनिवार्य कर दिया है। उक्त के अतिरिक्त प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बाबा साहेब डा0 आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र का निर्माण किया जा रहा है। इस स्मारक में भव्य संग्रहालय, विशाल लाइब्रेरी, विपस्सना केन्द्र, भव्य प्रेक्षागृह, अतिथिगृह, डा0 आंबेडकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर शोध की व्यवस्था भी की जा रही है जिसमें शोधार्थियों को छात्रवृत्ति एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की जायेगी। डा0 निर्मल ने कहा कि केन्द्र सरकार की आवास योजना, शौभाग्य योजना, उज्जवला योजना, आयुष्मान भारत एवं निःशुल्क राशन वितरण योजना के बड़ी संख्या में लाभार्थी दलित समाज के हैं।
डा0 निर्मल ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार न सिर्फ इन वर्गों का आर्थिक सशक्तीकरण कर रही है बल्कि इन्हें राजनीति में भी भागीदारी दे रही है। केन्द्र और प्रदेश मंत्रिमण्डल में दलितों को पर्याप्त स्थान देने के अतिरिक्त राज्य सभा एवं विधान परिषद में भी भारतीय जनता पार्टी दलितों को प्रतिनिधित्व दे रही है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की समाजवार्दी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आज तक किसी भी दलित को न तो राज्य सभा में भेजा और न ही विधान परिषद में भेजा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार में दलितों का भारी पैमाने पर उत्पीड़न हुआ, आरक्षण प्रस्ताव संसद में फाड़ा गया, दलितों की जमीनों के अधिकार छीने गये तथा समाजवादी पार्टी के बड़े नेता आजम खां द्वारा डा0 आंबेडकर को भूमाफिया बोला गया। अखिलेश यादव की सरकार ने अपने कार्यकाल में डा0 आंबेडकर, कांशीराम, माता रमाबाई और संत रविदास के नाम पर बने जिलों से इन महापुरूषों के नाम हटा दिये क्योंकि इनके मूल चरित्र में दलितों और आंबेडकर के प्रति रोष छिपा हुआ था।
डा0 निर्मल ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार न सिर्फ इन वर्गों का आर्थिक सशक्तीकरण कर रही है बल्कि इन्हें राजनीति में भी भागीदारी दे रही है। केन्द्र और प्रदेश मंत्रिमण्डल में दलितों को पर्याप्त स्थान देने के अतिरिक्त राज्य सभा एवं विधान परिषद में भी भारतीय जनता पार्टी दलितों को प्रतिनिधित्व दे रही है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की समाजवार्दी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आज तक किसी भी दलित को न तो राज्य सभा में भेजा और न ही विधान परिषद में भेजा।
डा0 निर्मल ने आज टेलरिंग शाप योजना के तहत 42 सिलाई मशीनों का वितरण भी किया और दलितों से अपील की कि मोदी – योगी युग दलितों के विकास का स्वर्णिमकाल है इसलिए वह स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बनें।