बरेली, । पत्नी के अवैध संबंधों के आड़े आने पर गयी संजय गुप्ता की जान।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक संजय की बेटी ने ही खोल उसकी हत्या का राज।संजय की पत्नी ज्योति अपने ही बुने जाल में फंस गई। पापा के न बोलने पर मासूम बेटी निशी रोते हुए बोली कि मम्मी ने किसी को फोन कर रात में एक अंकल को घर बुलाया था।
वह आए तो मम्मी ने ही दरवाजा खोला। इसके बाद कमरे में जाते ही अंकल ने पापा के सिर पर फंटी मारी। पहले वार में वह नहीं रोए। दूसरे वार पर वह रो पड़े। अंकल मारते रहे, फिर पापा की आवाज ही बंद हो गई। यह सब उसने दूसरे कमरे से सुना। अंकल के चले जाने के काफी देर बाद मम्मी ने फिर किसी को फोन किया।
साफ है कि साथी को विदा करने के बाद साजिश के तहत ही ज्योति ने अपने नंदोई दिनेश चंद्र गुप्ता को फोन किया। यदि वह चाहती तो सबसे पहले बिहारीपुर मेमरान स्थित संजय के घर पर सूचना देती तो सभी चंद मिनटों में पहुंच जाते लेकिन, उसने ऐसा नहीं किया। संजय की आठ साल की दो जुड़वा बेटियां निशि व आयशा एवं एक पांच वर्षीय बेटा निखिल है।
ज्योति की बड़ी बहन से होनी थी संजय की शादी
दिनेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि करीब नौ साल पहले संजय की शादी सीबीगंज की रहने वाली ज्योति की बड़ी बहन से तय हुई थी। किसी कारण उससे विवाह नहीं हो सका। उस वक्त ज्योति नाबालिग थी फिर भी उसके स्वजन ने विवाह कर दिया।
गैर संप्रदाय के युवक से संबंध, नवंबर 21 में गई थी भाग
पुलिस ने बताया कि स्जवन के मुताबिक, ज्योति के गैर संप्रदाय के युवक से संबंध हैं। उसका प्रेमी अब्बास कोतवाली क्षेत्र का रहने वाला है। नवंबर 2021 में वह उसके साथ भाग गई थी। मामले में कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज हुआ था। दिल्ली में दोनों पकड़े गए थे। इस पर विवाद भी हुआ लेकिन, बाद में संजय फिर साथ रहने लगा।
आरोप है कि फिर से ज्योति ने उससे मिलना-जुलना शुरू कर दिया। संजय ने विरोध किया तो उसने प्रेमी संग मिलकर उसे रास्ते से हटाने की कहानी रची और हत्या कर दी गई। संजय टैक्सी चलाते थे।