लखनऊ-नाराज किशोर ने अपनी ही माँ की गोली मारकर की हत्या।

खबर लखनऊ से-

मृतका-फ़ाइल चित्र

किसी भी चीज की हो हमेशा खतरनाक की होती है कुछ ऐसा ही देखने को मिला लखनऊ में जहां पर गेम के सैनी मोबाइल गेम की लत के शिकार किशोर ने गुस्से में आकर अपनी ही मां की गोली मारकर हत्या कर दी। मां का कसूर सिर्फ इतना था कि वह बेटे का भविष्य देखते हुए उसे मोबाइल गेम खेलने से मना करती थी।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक राजधानी लखनऊ के पीजीआइ इलाके के पंचमखेड़ा यमुना पुरम में एक 16 वर्षीय किशोर को मोबाइल पर बैटल ग्राउंड गेम (पुराना नाम पब्जी) खेलने की ऐसी लत लगी की उसने मां के मना करने पर गोली मार कर उनकी हत्या कर दी।

घटना के समय घर में मां बेटा और 10 साल की बेटी थी घर में थे जब बेटे ने मां की हत्या कर दी तो डरी सहमी सहमी बहन ने इसकी में चलाने का प्रयास किया इस पर उसने अपनी बहन को भी धमकाया कि अगर वह नहीं मानी चुप नहीं रहे तो वह उसकी भी हत्या कर देगा । अपने गुनाह को छुपाने के लिए तीन दिन तक बहन के साथ घर के अंदर ही रहा। मंगलवार रात जब दुर्गंध बर्दाश्त नहीं हुई तो पिता को फोन कर घटना की जानकारी दी और कहा कि एक युवक ने मेरी मां की हत्या कर दी है। पुलिस जब सूचना पर पहुंची तो पूछताछ में घटना का राजफाश हुआ।

एडीसीपी पूर्वी सैयद मोहम्मद कासिम आब्दी के मुताबिक किशोर क्षेत्र स्थित स्कूल से कक्षा 10 का छात्र है। उनके पिता नवीन सिंह सेना में जेसीओ (जूनियर कमीशन आफीसर) के पद पर तैनात हैं। इस समय उनकी पोस्टिंग आसनसोल में हैं। अक्षांश यहां अपनी मां 40 वर्षीय मां साधना और बहन के साथ रह रहा था। शनिवार रात उसने पिता की लाइसेंसी पिस्टल से सिर में गोली मार कर मां की हत्या कर दी।

घटना के समय बहन दूसरे कमरे में थी। गोली की आवाज सुनकर वह भागकर पहुंची तो बहन को धमकाने लगा। इतना ही नहीं तीन दिन तक उसने बहन को घर में धमका कर रखा। मंगलवार को जब शव की दुर्गंध ज्यादा तेज हो गई। किशोर से बर्दाश्त नहीं हुआ तो उसने अपने पिता को फोन कर सूचना दी।

उसने कहा कि पापा, एक युवक घर में आता था। वह तीन दिन पहले रात में आया था। उसने मुझे और बहन को कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद मां की गोली मार कर हत्या कर दी। इसके बाद वह रात भर रुका। दूसरे दिन भी रुका और उसने शोर मचाने पर हम सबकी हत्या की धमकी दी थी। मंगलवार को जब वह चला गया तो हम सबने सूचना दी। यह सुनते ही नवीन के होश उड़ गए।

उन्होंने आनन फानन की पुलिस और पड़ोसियों को सूचना दी। पुलिस पहुंची पड़ताल शुरू की गई। फोरेंसिक टीम से मौके का निरीक्षण कराया गया। कमरे से पिस्टल भी बरामद कर ली गई है। एडीसीपी ने बताया कि पूछताछ में बच्चे ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की इसके बाद थाने लेकर जाकर उससे गहन पूछताछ हुई। वहीं, उसकी बहन से अलग पूछताछ की गई तो उसने सारी घटना बताई। उसके बाद किशोर ने बताया कि हत्या उसी ने की है। घटना से संबंधित अन्य साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। आरोपित बच्चे को हिरासत में ले लिया गया है।

एडीसीपी ने बताया कि आरोपित बच्चे की मां साधना अकसर उसे मोबाइल पर गेम खलने के लिए मना करती थी। इस पर वह नाराज होता था। मां से अकसर झगड़ा भी होता था। साधना उसे पीटती थी तो वह खाना भी नहीं खाता था। मोबाइल गेम का लती हो गया था। कई बार छुट्टी पर नवीन ने भी आने पर मोबाइल पर गेम खेलने से मना किया। इस पर वह पिता से भी गुस्सा जाता था। गेम के कारण बहुत जिद्दी हो गया था। आप भी अगर आपके बच्चे किसी के एम के लकी हो गए हैं तो उनसे प्यार से बात करें और उन को समझाने का प्रयास करें क्योंकि गुस्से और बार-बार टूटने से बच्चे चुटकुल हो जाते हैं और नतीजा कुछ भी हो सकता है।

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