निशक्त जन सेवा संस्थान ने पीलीभीत से निकल कर नैनीताल में लगाया दो दिवसीय हेल्थ कैंप।

नैनीताल:निशक्त जन सेवा संस्थान पीलीभीत व नैनीताल के संयुक्त प्रयासों से नैनीताल के ग्रामीण क्षेत्र भूमियाधार (भवाली) में 13 जुलाई को एक निशुल्क नेत्र परीक्षण, चश्मा दवायी, कान की मशीन एवं विधवा महिलाओं को साड़ि‌यों के वितरण के साथ ही भोजन पैकेट भी प्रदान किये गये।

कैम्प का उद्‌घाटन माननीय अतिरिक्त उपनिदेशक स्वास्थ्य उत्तरांखंड नवीन झाँ एवं भूमियाधार की पूर्व ग्राम प्रधान मीनाक्षी टमटा ने किया।

शिविर में करीब 300 मरीजों का नेत्र परीक्षण कर चश्में व दवाएं बाँटी गयीं। मरीजों का परीक्षण सीतापुर नेत्र चिकित्सालय के सर्जन डाँ सकीबुद्दीन तथा उनके सहायक पुरुषोत्तम कुमार ने किया तथा कान के रोगियों का परीक्षण डॉ प्रेम सागर शर्मा ने करके कान की मशीनें गोबिंद बिष्ट, केशव, लाल बहादुर, जगदीश तथा बसंती देवी आदि को बाँटी।बाकी कान के मरीजों को आवश्यक दस्तावेज एक फोटो, आधारकार्ड, आय प्रमाणपत्र, तथा विकलांग कार्ड या प्रमाणपत्र कार्यक्रम संयोजक भूमियाधार निवासी असलम के पास जमा करने को कहा ताकि निकट भविष्य में उन्हें कान की मशीने दी जा सकें।

इस कार्यक्रम में राजकीय राजकीय इंटर कॉलेज भूमियाधार के विद्यार्थियो का परीक्षण कर उन्हें चश्मे व दवाएं दी गयी। इस कार्यक्रम या उद्‌घाटन स्थानीय विधायक सरिता आर्या द्वारा होना था परन्तु किसी कार्य से देहरादून में होने के कारण वो ना आ सकी। कार्यक्रम में विशेष रूप से निशक्त जन सेवा संस्थान के अध्यक्ष अमृतलाल,श्रीमती मीना अग्रवाल तथा निशक्तजन सेवा संस्थान की नैनीताल अध्यक्ष बीना शाह तथा बोट हाउस क्लब के पूर्व सचिव विजय शाह तथा भाजपा के स्थानीय नेतागण भी उपस्थित रहे।

श्री लाल ने बताया कि ये कैंप 14 जुलाई को भी जारी रहेगा, तथा भविष्य में जून माह में भी ऐसे ही एक कार्यक्रम आयोजन किया जाएगा।उन्होंने ये भी बताया कि हमारे द्वारा दिल में छेद वाले बच्चों के ऑपरेशन फ्री कराया जाता है। अब तक पांच हजार से ज्यादा दिल में छेद वाले बच्चों के ऑपरेशन कराये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि कोहनी के नीचे से कटे हाथ वालों के लिए निशुल्क अमेरिकन आटोमेटिक हाथ लगाया जाता है। ये हाथ असली हाथ की तरह काम करने में सक्षम है। उन्होंने ये भी बताया कि जिनके पैर कटे होते हैं उनको कृत्रिम पैर भी निशुल्क दिया जाता है।

वहीं पथरी के मरीजों के लिए बेहद कारगर दवा भी बताई है। उन्होंने कहा कि डॉ भनोट के मुताबिक अजमोध नामक दवा को मूली के पत्तों के रस के लेने पर गुर्दे और पित्त की थैली की पथरी निकल जाती है।

उन्होंने कान के मरीजों को अपने फोटो, आधारकार्ड, विकलांग प्रमाणपत्र तथा आय प्रमाणपत्र भूमियाधार निवासी असलम के पास जमा कराने को कहा है।

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